कामिल दरवेश ख़्वाजा ग़ुलाम फ़रीद – राधास्वामी सत्संग ब्यास ऑडियो बुक्स

कामिल दरवेश ख़्वाजा ग़ुलाम फ़रीद

ख़्वाजा ग़ुलाम फ़रीद चिश्ती परंपरा के महान सूफ़ी संत हैं। उन्नीसवीं सदी के इस संत का कलाम गायकों और श्रोताओं सभी में लोकप्रिय है। इस पुस्तक में शामिल किए गए उनके कलाम मुख्यत: मनुष्य जन्म का महत्त्व, मुर्शिद की अनिवार्यता और परमात्मा के प्रति हमारे प्रेम, भक्ति और विरह से संबंधित हैं। उनके उपदेश का सार ‘वहदत’ यानी परमात्मा के साथ एकात्म होने की अवस्था है। उनके कलाम से उनकी ऊँची रूहानी अवस्था का पता चलता है।

लेखक: डॉ. टी. आर. शंगारी
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