आज दिवस लेऊँ बलिहारा | गुरु रविदास जी | |
आज सुबेलो सुहावनो | संत कबीर जी | |
तुम मेरी राखो लाज हरी | सूरदास जी | |
ऐसी दीखिआ जन सिउ मंगा | गुरु अर्जुन देव जी | |
अलिफ़ अल्ला चम्बे दी बूटी | हज़रत सुलतान बाहू | |
अल्ला पढ़ियों हाफ़िज़ होयों | हज़रत सुलतान बाहू | |
अरे ऐ तक़ी | संत तुलसी साहिब जी | |
भावें जाण न जाण वे | साईं बुल्लेशाह जी | |
भजहो गोबिंद भूल मत जाहो | संत कबीर जी | |
बिन सतगुर सेवे जीअ के बंधना | गुरु राम दास जी | |
बुल्ले नूँ समझावण आईआं | साईं बुल्लेशाह जी | |
चरण कमल तेरे धोए धोए पीवा | गुरु अर्जुन देव जी | |
धनवंते दुखिया सभी | सहजो बाई | |
गुन गोबिंद गाइओ नही | गुरु तेग़ बहादुर जी | |
गुर परमेसर करणैहार | गुरु अर्जुन देव जी | |
गुरु के दर्शन कारने हम आए | स्वामी जी | |
गुरू की मौज रहो तुम धार | स्वामी जी | |
गुरू मैं गुनहगार अति भारी | स्वामी जी | |
गुरु मेरे जान पिरान | स्वामी जी | |
गुरू मोहिं दीजे अपना धाम | स्वामी जी | |
हम मैले तुम ऊजल करते | गुरु अर्जुन देव जी | |
हर जू राख लेहो पत मेरी | गुरु तेग़ बहादुर जी | |
हे री मैं तो प्रेम दिवानी | मीराबाई जी | |
जगत गाफिल पड़ा सोता | संत तुलसी साहिब जी | |
जे भुली जे चुकी साईं | गुरु अर्जुन देव जी | |
जोड़ो री कोई सुरत नाम से | स्वामी जी | |
करूँ बेनती दोउ कर जोरी | स्वामी जी | |
क्यों पीवे तू पानी हंसनी | स्वामी जी | |
लख खुसीआ पातसाहीआ | गुरु अर्जुन देव जी | |
माधौ मुहि इक सहारौ तोरा | गुरु रविदास जी | |
मान करउ तुध ऊपरे मेरे प्रीतम पिआरे | गुरु अर्जुन देव जी | |
मै अंधुले की टेक तेरा नाम | संत नामदेव जी | |
मैं क्योंकर जावाँ काअबे नूँ | साईं बुल्लेशाह जी | |
मैं उडीकाँ कर रही | साईं बुल्लेशाह जी | |
मन चित चात्रिक ज्यों रहे | संत दादू दयाल जी | |
मिहरबान है साहेब मेरा | धनी धरमदास जी | |
मेरे साहिब तूं मै माण निमाणी | गुरु अर्जुन देव जी | |
मेरे सतगुरु पकड़ी बाँह | संत कबीर जी | |
मेरी नजर में मोती आया है | संत कबीर जी | |
नर का जनम मिलता नहीं | संत तुलसी साहिब जी | |
पतित उधारण बिरद तुम्हारो | संत चरनदास जी | |
प्रभु जी संगति सरनि तिहारी | गुरु रविदास जी | |
प्रेमी सुनो प्रेम की बात | स्वामी जी | |
राख लेहो हम ते बिगरी | संत कबीर जी | |
राख पिता प्रभ मेरे | गुरु अर्जुन देव जी | |
राख सदा प्रभ अपनै साथ | गुरु अर्जुन देव जी | |
राम सिमर पछुताहिगा | संत कबीर जी | |
साहब मैं गुलाम हौं तेरा | दरिया साहिब | |
संत सनेही नाम है | संत पलटू जी | |
सतगुर दीन दयाल बिन | संत तुलसी साहिब जी | |
सतसंग करत बहुत दिन बीते | स्वामी जी | |
शब्द बिना सारा जग अंधा | स्वामी जी | |
सोई धिआईऐ जीअड़े | गुरु अर्जुन देव जी | |
सुनता नहीं धुन की खबर | संत कबीर जी | |
सुरति करौ मेरे साइयाँ | संत कबीर जी | |
सुरत तू कौन कहाँ से आई | स्वामी जी | |
थिर घर बैसहो हर जन पिआरे | गुरु अर्जुन देव जी | |
तिस गुर कउ सिमरउ सास सास | गुरु अर्जुन देव जी | |
तुझ बिन कवन हमारा | गुरु अर्जुन देव जी | |
तुझ ऊपर मेरा है माणा | गुरु अर्जुन देव जी | |
तुम गुनवंत मैं औगुन भारी | सहजो बाई | |
तुम्ह करहो दइआ मेरे साई | गुरु अर्जुन देव जी | |
आ मिल यार सार लै मेरी | साईं बुल्लेशाह जी | |
आज दिवस लेऊँ बलिहारा | गुरु रविदास जी | |
आज घड़ी अति पावन | स्वामी जी | |
आज हमारे ग्रिह बसंत | गुरु अर्जुन देव जी | |
आज मेरे भाग जागे | संत कबीर जी | |
आज मेरे सतगुरु | संत कबीर जी | |
आज मेरे सतगुरु आए मिहमान | धनी धरमदास जी | |
आओ जी तू आओ हमारे | गुरु अर्जुन देव जी | |
आउ सखी हर मेल करेहा | गुरु राम दास जी | |
आओ सइयो रल देओ नीं | साईं बुल्लेशाह जी | |
आप बिन कौन सुने प्रभ मोरी | संत कबीर जी | |
आप सज्जन हैं | संत तुकाराम जी | |
आपे बहु बिधि रंगुला | गुरु नानक देव जी | |
आपणे करतव निभावां | चुप दा संगीत | |
आरति राम गरीब निवाजा | संत पलटू जी | |
आरति अरज लेहु सुनि मोरी | जगजीवन साहिब जी | |
आशिक़ इश्क़ माही दे कोलों | हज़रत सुलतान बाहू | |
आठ पहर सालाहे सिरजनहार तू | गुरु अर्जुन देव जी | |
आवहो भैणे गल मिलह | गुरु नानक देव जी | |
आवहो सिख सतगुरू के | गुरु अमर दास जी | |
आवहो सजणा हउ देखा दरसन तेरा | गुरु नानक देव जी | |
आवहो संत मै गल मेलाइऐ | गुरु राम दास जी | |
आए मिल गुरसिख आए मिल | गुरु राम दास जी | |
आय मिलौ मोहि प्रीतम प्यारे | मीराबाई जी | |
अबिचल नगर गोबिंद गुरू का | गुरु अर्जुन देव जी | |
अब हम चली ठाकुर पह हार | गुरु राम दास जी | |
अब का पै जाऊँ धुलान | स्वामी जी | |
अब कैसे छूटै नाम रट लागी | गुरु रविदास जी | |
अब कलू आइओ रे ॥ | गुरु अर्जुन देव जी | |
अब की बार बखस बंदे कउ | संत कबीर जी | |
अब लगन लगी की करीए | साईं बुल्लेशाह जी | |
अब मैं कौन कुमति उरझानी | स्वामी जी | |
अब मै कउन उपाउ करउ | गुरु तेग़ बहादुर जी | |
अब मैं सरण तिहारी जी | मीराबाई जी | |
अब मन आतुर | स्वामी जी | |
अब तो निभायाँ सरेगी | मीराबाई जी | |
अब तोहि जाँन ना देहूँ राम पियारे | संत कबीर जी | |
अब तुम अपनी ओर निहारो | सहजो बाई | |
ऐब निमाणी दे | साईं बुल्लेशाह जी | |
ऐसा गुर वडभागी पाइआ | गुरु अर्जुन देव जी | |
ऐसी किरपा मोहे करहो | गुरु अर्जुन देव जी | |
ऐसी लाल तुझ बिन कउन करै | गुरु रविदास जी | |
ऐसी मांग गोबिद ते | गुरु अर्जुन देव जी | |
अजहूँ न निकसै प्राण कठोर | संत दादू दयाल जी | |
अकह अपार अगाध अनामी | स्वामी जी | |
अखी काढ धरी चरणा तल | गुरु राम दास जी | |
अलिफ़ अल्ला चम्बे दी बूटी | हज़रत सुलतान बाहू | |
अल्ला पढ़ियों हाफ़िज़ होयों | हज़रत सुलतान बाहू | |
अल्ला वालिआ | सरमद जी | |
अमरपुर लै चलु हो सजना | संत कबीर जी | |
अम्मा मेरा दिल लगा | संत पलटू जी | |
अंम्रित नाम तेरा सोई गावै | गुरु अर्जुन देव जी | |
अनंद भइआ मेरी माए | गुरु अमर दास जी | |
अंतरजामी सो प्रभ पूरा | गुरु अर्जुन देव जी | |
अपना गुरू धिआए | गुरु अर्जुन देव जी | |
अपने करम की | संत कबीर जी | |
अपणे संग रलाईं प्यारे | साईं बुल्लेशाह जी | |
अपने सेवक कउ कबहु न बिसारहो | गुरु अर्जुन देव जी | |
अरदास सुणी दातार प्रभ | गुरु अर्जुन देव जी | |
अरे ऐ तक़ी | संत तुलसी साहिब जी | |
अरे मन करो ऐसा जाप | संत चरनदास जी | |
अत प्रीतम मन मोहना घट | गुरु अर्जुन देव जी | |
अउखी घड़ी न देखण देई | गुरु अर्जुन देव जी | |
अवल अलह नूर उपाइआ | संत कबीर जी | |
बाबा बिख देखिआ संसार | गुरु अर्जुन देव जी | |
बाबा नाहीं दूजा कोई | संत दादू दयाल जी | |
बाबीहा प्रिउ प्रिउ करे | गुरु अमर दास जी | |
बाबुल मेरा वड समरथा | गुरु अर्जुन देव जी | |
बालम आओ हमारे गेह रे | संत कबीर जी | |
बाल्हा मैं बैरागिण हूँगी हो | मीराबाई जी | |
बाप राँम सुनि बीनती मोरी | संत कबीर जी | |
बहुत जनम बिछुरे थे माधउ | गुरु रविदास जी | |
बंध पाइआ मेरै सतगुर पूरै | गुरु अर्जुन देव जी | |
बंदी-छोर बिनती सुनि लीजै | धनी धरमदास जी | |
बस कर जी | साईं बुल्लेशाह जी | |
भाग बड़े जो संत पधारे 1 | संत कबीर जी | |
भाग बड़े जो संत पधारे 2 | संत कबीर जी | |
भावें जाण न जाण वे | साईं बुल्लेशाह जी | |
भगता की टेक तूं संता | गुरु अर्जुन देव जी | |
भजन बंदगी दी इच्छा ने | भाई नंद लाल जी | |
भजन बिन बावरे | संत कबीर जी | |
भक्ति महातम सुन मेरे भाई | स्वामी जी | |
भली भई जो गुरु मिले जा ते पाइआ | संत कबीर जी | |
भई परापत मानुख देहुरीआ | गुरु अर्जुन देव जी | |
भीखा भूखा को नहीं | भीखा साहिब जी | |
भिंनी रैनड़ीऐ चामकन तारे | गुरु अर्जुन देव जी | |
बिन दरसन भइ बावरी | धनी धरमदास जी | |
बिन नावै जीवण ना थीऐ | गुरु राम दास जी | |
बिनवंत हौं कर जोरि कै | संत कबीर जी | |
बिरहिनि देइ संदेसरा सुनो हमारे पीव | संत कबीर जी | |
बिरहनी गुरु की सरन सम्हार | स्वामी जी | |
बोल री राधा प्यारी बंसी | स्वामी जी | |
बुल्लया मुल्लां अते मसालची | साईं बुल्लेशाह जी | |
ब्याकुल बिरह दीवानी | संत तुलसी साहिब जी | |
चलो देखिये उस मस्तानड़े नूँ | साईं बुल्लेशाह जी | |
चरण कमल तेरे धोए धोए पीवा | गुरु अर्जुन देव जी | |
चरन सरन गुरु एक पैंडा | भाई गुरदास | |
चरनदास सतगुरु दियो, प्रेम प्याला छान | सहजो बाई | |
चढ़ चंना ते कर रुशनाई | हज़रत सुलतान बाहू | |
छोड़ मत जाज्यो जी महाराज | मीराबाई जी | |
चुनर मेरी मैली भई | स्वामी जी | |
चुनर मेरी रंगि डारी | संत कबीर जी | |
दादू इस संसार में | संत दादू दयाल जी | |
दास तेरे की बेनती रिद | गुरु अर्जुन देव जी | |
दर्द दुखी मैं बिरहिन भारी | स्वामी जी | |
दर्द करेजे होय साईं बिन | संत कबीर जी | |
दरस तेरे की पिआस मन लागी | गुरु अर्जुन देव जी | |
दरसन दीजै राम दरसन दीजै | गुरु रविदास जी | |
दरसन की मन आस घनेरी | गुरु अर्जुन देव जी | |
दर्शन की प्यास घनेरी | स्वामी जी | |
दरसन दीजे नाम सनेही | संत कबीर जी | |
दरसन देख जीवा गुर तेरा | गुरु अर्जुन देव जी | |
दरसन कीजै साध का | संत कबीर जी | |
दरसन मागउ देह पिआरे | गुरु अर्जुन देव जी | |
दइआ करहो बसहो मन आए | गुरु अर्जुन देव जी | |
दीन दइआल भरोसे तेरे | संत कबीर जी | |
दीन के दयाल | गरीबदास | |
देहो दरस सुखदातिआ | गुरु अर्जुन देव जी | |
धन्य धन्य धन धन्य प्यारे | स्वामी जी | |
धन धंन हमारे भाग | गुरु अर्जुन देव जी | |
धन सो वेला जित दरसन करणा | गुरु अर्जुन देव जी | |
ढिलक गई मेरे चरखे दी हत्थी | साईं बुल्लेशाह जी | |
धुबिया गुरु सम और न कोय | स्वामी जी | |
दिल का हुजरा | संत तुलसी साहिब जी | |
दिल काले तों मुँह काला चंगा | हज़रत सुलतान बाहू | |
दिलहो मुहबत | शेख फरीद जी | |
दोहे | संत चरनदास जी | |
दोहे | संत तुलसी साहिब जी | |
श्लोक | शेख फरीद जी | |
दूखन लागै नैन दरस बिन | मीराबाई जी | |
दुख भंजन तेरा नाम जी | गुरु अर्जुन देव जी | |
दुलहनी करो पिया का संग | स्वामी जी | |
लहिनी तोहि पिया के घर जाना | संत कबीर जी | |
दुनिया विच असानूं सतगुर | भाई नंद लाल जी | |
ए सरीरा मेरिआ | गुरु अमर दास जी | |
ईमान सलामत हर कोई मंगे | हज़रत सुलतान बाहू | |
इह अरदास हमारी सुआमी | गुरु अर्जुन देव जी | |
इह जग मीत न देखिओ कोई | गुरु तेग़ बहादुर जी | |
एह तन मेरा चश्मां होवे, मुर्शिद वेख | हज़रत सुलतान बाहू | |
एह तन रब्ब सच्चे दा हुजरा | हज़रत सुलतान बाहू | |
एक पिता एकस के हम बारिक | गुरु अर्जुन देव जी | |
फागुन के दिन चार | मीराबाई जी | |
फागुन मास रंगीला आया | स्वामी जी | |
फरीदा तन सुका पिंजर थीआ | शेख फरीद जी | |
फिरदा मैं गुनाहा दे नाल भरिआ | सरमद जी | |
गली तो चारों बंद हुई | मीराबाई जी | |
घर लाल आइआ पिआरा | गुरु अर्जुन देव जी | |
घड़ी एक नहिं आवड़े | मीराबाई जी | |
घट भीतर तू जाग री | स्वामी जी | |
घोल घुमाहीयां सारी | चतुरदास जी | |
घूँघट चुक लै सज्जणाँ | साईं बुल्लेशाह जी | |
घूँघट का पट खोल | संत कबीर जी | |
घूँघट ओहले | साईं बुल्लेशाह जी | |
गोबिंद गोबिंद गोबिंद | गुरु अर्जुन देव जी | |
गुरु भक्ती दृढ़ के करो | स्वामी जी | |
गुर बिन अवर नाही मै थाउ | गुरु अर्जुन देव जी | |
गुरु बिन ज्ञान | दया बाई | |
गुर जैसा नाही को देव | गुरु अर्जुन देव जी | |
गुर का बचन बसै जीअ नाले | गुरु अर्जुन देव जी | |
गुर का दरसन देख देख जीवा | गुरु अर्जुन देव जी | |
गुर का दरसन देख देख जीवा | गुरु अर्जुन देव जी | |
गुरु को कीजै दंडवत | संत कबीर जी | |
गुर मेरै संग सदा है नाले | गुरु अर्जुन देव जी | |
गुरु मिले झुलावनहार सुरत आज झूल रही | स्वामी जी | |
गुर परमेसर करणैहार | गुरु अर्जुन देव जी | |
गुर पूरा मेलावै मेरा प्रीतम | गुरु राम दास जी | |
गुर पूरै किरपा धारी | गुरु अर्जुन देव जी | |
गुर पूरै मेरी राख लई | गुरु अर्जुन देव जी | |
गुर सेवा ते भगति कमाई | संत कबीर जी | |
गुरु तारेंगे हम जानी | स्वामी जी | |
गुरू बिन कभी ना उतरे पार | स्वामी जी | |
गुरु बिन मेरे और न कोय | संत चरनदास जी | |
गुरु गोबिंद दोऊ खड़े | संत कबीर जी | |
गुरू गुरू गुर कर मन मोर | गुरु अर्जुन देव जी | |
गुरू का ध्यान कर प्यारे | स्वामी जी | |
गुरु करो मेहर की दृष्टि | स्वामी जी | |
गुरू को ऊपर ऊपर गाता | स्वामी जी | |
गुरु मेरे जान पिरान | स्वामी जी | |
गुरू मोहिं अपना रूप दिखाओ | स्वामी जी | |
गुरू मोहिं दीजे अपना धाम | स्वामी जी | |
गुरू ने मोहिं दीन्ही अजब जड़ी | संत कबीर जी | |
गुरु समान नहिं दाता | संत कबीर जी | |
गुरू संग जागन का फल भारी | स्वामी जी | |
गुरुदेव हमारे आवो जी | संत चरनदास जी | |
हम अंधुले अंध बिखै बिख राते | गुरु राम दास जी | |
हम बारिक तउ सरणाई | गुरु अर्जुन देव जी | |
हम बारिक तुम पिता हमारे | गुरु अर्जुन देव जी | |
हम भीखक भेखारी तेरे | गुरु अमर दास जी | |
हम चात्रिक दीन सतगुर सरणाई | गुरु राम दास जी | |
हम कूकर तेरे दरबार | संत कबीर जी | |
हम मैले तुम ऊजल करते | गुरु अर्जुन देव जी | |
हम ना मरै मरिहै संसारा | संत कबीर जी | |
हम पतित तुम पतित उधरीआ | गुरु अर्जुन देव जी | |
हम संतन की रेन पिआरे | गुरु अर्जुन देव जी | |
हम सर दीन दइआल न तुम सर | गुरु रविदास जी | |
हमारे गुरु पूरन दातार | सहजो बाई | |
हमारे तुमहीं हौ रखपाल | संत दादू दयाल जी | |
हमन हैं इश्क़ मस्ताना | संत कबीर जी | |
हमरा मन मोहिओ गुर मोहन | गुरु राम दास जी | |
हमरा ठाकुर सभ ते ऊचा | गुरु अर्जुन देव जी | |
हंसनी छानो दूध और पानी | स्वामी जी | |
हर बिन तेरो को न सहाई | गुरु तेग़ बहादुर जी | |
हर दरसन बिन रहन न जाई | गुरु नानक देव जी | |
हर इकसै नाल मै दोसती | गुरु अर्जुन देव जी | |
हर जन संत मिलहो मेरे भाई | गुरु राम दास जी | |
हर जीउ क्रिपा करहो | गुरु अमर दास जी | |
हर जीउ सदा तेरी सरणाई | गुरु अमर दास जी | |
हर जी माता हर जी पिता | गुरु अर्जुन देव जी | |
हर के दरसन को मन चाउ | गुरु अर्जुन देव जी | |
हर को नाम सदा सुखदाई | गुरु तेग़ बहादुर जी | |
हरि हरि हरि सुमिरौ | सूरदास जी | |
हउ रह न सका | गुरु राम दास जी | |
हउ वार वार जाउ गुर गोपाल | गुरु अर्जुन देव जी | |
हउ वारी हउ वारणै | गुरु नानक देव जी | |
हउ वारी मुख फेर पिआरे | संत कबीर जी | |
हउ पंथ दसाई नित खड़ी | गुरु राम दास जी | |
हे मुसाफिर जागो | संत तुलसी साहिब जी | |
हे री मैं तो प्रेम दिवानी | मीराबाई जी | |
होर दवा ना दिल दी कारी | हज़रत सुलतान बाहू | |
इक राँझा मैनूँ लोड़ीदा | साईं बुल्लेशाह जी | |
इश्क हक़ीकी ने मुट्ठी कुड़े | साईं बुल्लेशाह जी | |
इश्क़ माही दे लाईआं अग्गीं | हज़रत सुलतान बाहू | |
जा का मीत साजन है समीआ | गुरु अर्जुन देव जी | |
जा प्रभ की हउ चेरुली | गुरु अर्जुन देव जी | |
जा तू मेरै वल है | गुरु अर्जुन देव जी | |
जाग पियारी अब का सोवै | संत कबीर जी | |
जाग रे मन जागनहारे | गुरु अर्जुन देव जी | |
संग सखा सभ तज गए | गुरु तेग़ बहादुर जी | |
जाऊँ कहाँ तजि चरन तुम्हारे | गोस्वामी तुलसी दास जी | |
जाए मिला तिना सजणा | शेख फरीद जी | |
जब से तुम बिछरे मेरे प्रभु जी | मीराबाई जी | |
जब सुख दा सुनेहड़ा | साईं बुल्लेशाह जी | |
जब ते दरसन भेटे साधू | गुरु अर्जुन देव जी | |
जग में गुरु समान नहिं दाता | संत कबीर जी | |
जगत जलंदा रख लै आपणी किरपा धार | गुरु अमर दास जी | |
जैसा सतगुर सुणीदा | गुरु अर्जुन देव जी | |
जल जासी ढोला हथ न लाइ | शेख फरीद जी | |
जप मन सत नाम | गुरु राम दास जी | |
जउ तुम तोरो राम | गुरु रविदास जी | |
जिहवा एक कवन गुन कहीऐ | गुरु अर्जुन देव जी | |
जीअरे ओल्हा नाम का | गुरु अर्जुन देव जी | |
जीवंदयां मर रहणा होवे | हज़रत सुलतान बाहू | |
झिम झिम वरसै अंम्रित धारा | गुरु अर्जुन देव जी | |
झूठा ख्वाब खयाल जहां जाता | चतुरदास जी | |
जी मैं जब तेरा दर्शन पाया | गुरु अर्जुन देव जी | |
जिस दा साहिब डाढा होए | गुरु अमर दास जी | |
जिस दै अंदर सच है | गुरु राम दास जी | |
जिस के सिर ऊपर तूं सुआमी 1 | गुरु अर्जुन देव जी | |
जिस के सिर ऊपर तूं सुआमी 2 | गुरु अर्जुन देव जी | |
जिस मिलिऐ मन होए अनंद | गुरु राम दास जी | |
जिस पापी कउ मिलै न ढोई | गुरु अर्जुन देव जी | |
जिस तू राखह तिस कउन मारै | गुरु अर्जुन देव जी | |
जो दिल मंगे | हज़रत सुलतान बाहू | |
जो दिन आवह सो दिन जाही | गुरु रविदास जी | |
जो नर दुख मै दुख नही मानै | गुरु तेग़ बहादुर जी | |
जिउ भावै तिउ मोहे प्रतिपाल | गुरु अर्जुन देव जी | |
जिउ भावै तिउ राख लै | गुरु राम दास जी | |
जिउ भावै तिउ राख मेरे साहिब | गुरु राम दास जी | |
जिउ जिउ तेरा हुकम | गुरु अर्जुन देव जी | |
कागा करंग ढंढोलिआ | शेख फरीद जी | |
काहे मन तू डोलता | गुरु अर्जुन देव जी | |
काल मत जग में फैला | स्वामी जी | |
काल ने जगत अजब भरमाया | स्वामी जी | |
कब गल लावहिगे | गुरु राम दास जी | |
कबीर गरब ना कीजीए | संत कबीर जी | |
कदी आ मिल यार प्यारया | साईं बुल्लेशाह जी | |
कहिआ करणा दिता लैणा | गुरु अर्जुन देव जी | |
कैसी तौबा है | साईं बुल्लेशाह जी | |
कलमे नाल मैं न्हाती धोती | हज़रत सुलतान बाहू | |
कर दो नाम दिवाना | स्वामी जी | |
कर किरपा मेरे प्रीतम सुआमी | गुरु अर्जुन देव जी | |
कर किरपा प्रभ दीन दइआला | गुरु अर्जुन देव जी | |
कर नहीं पाता कुछ भी जो है | संत तुकाराम जी | |
करम होवै सतगुरू मिलाए | गुरु अमर दास जी | |
करमहीण धन करै बिनंती कद नानक | गुरु अर्जुन देव जी | |
करउ बेनंती सुणहो मेरे मीता संत | गुरु अर्जुन देव जी | |
करूँ बेनती राधास्वामी आज | स्वामी जी | |
करवत भला ना करवट तेरी | संत कबीर जी | |
कौण आया पहन लिबास कुड़े | साईं बुल्लेशाह जी | |
कीता लोड़ह सो प्रभ होए | गुरु अर्जुन देव जी | |
केहे लारे देना एँ सानूँ | साईं बुल्लेशाह जी | |
खंभ मैं कित्थों लवां | चुप दा संगीत | |
खेल खिलाए लाड लाडावै | गुरु अर्जुन देव जी | |
खोज री पिया को निज घट में | स्वामी जी | |
किझ न बुझै | शेख फरीद जी | |
किरत करम के वीछुड़े | गुरु अर्जुन देव जी | |
किरपा करहो दीन के दाते | गुरु अर्जुन देव जी | |
कोई आण मिलावै मेरा प्रीमत पिआरा | गुरु राम दास जी | |
कोई कछू कहे मन लागा रे | मीराबाई जी | |
कोई कहियौ रे प्रभु आवन की | मीराबाई जी | |
कोटि कोटि करूँ बंदना | स्वामी जी | |
किआ तू सोइआ जाग इआना | गुरु रविदास जी | |
क्यों फिरत भुलानी जगत में | स्वामी जी | |
लागा मोरे बान | संत कबीर जी | |
लागी चोट बहुत दुख सहीए | संत कबीर जी | |
लागी मोहिं राम खुमारी हो | मीराबाई जी | |
लाल रंग तिस कउ लगा | गुरु अर्जुन देव जी | |
लाल रंगीले प्रीतम मनमोहन | गुरु अर्जुन देव जी | |
लगाओ मेरी नइया सतगुरु पार | स्वामी जी | |
लटकारी चाल पे मैं वारी वारी | संत चरनदास जी | |
माधौ मुहि इक सहारौ तोरा | गुरु रविदास जी | |
माही वे तैं मिलयाँ | साईं बुल्लेशाह जी | |
माई चरन गुर मीठे | गुरु अर्जुन देव जी | |
माई गुर चरणी चित लाईऐ | गुरु अर्जुन देव जी | |
माई री मैं तो लीनो गोविंदो मोल | मीराबाई जी | |
मछली तड़पे जल बिन जैसे | संत तुकाराम जी | |
म्हाँरी सुध ज्यूँ जानो | मीराबाई जी | |
महरम होय सो जानै साधो | संत कबीर जी | |
मैं अंधुले की टेक | संत नामदेव जी | |
मै बंदा बै खरीद | गुरु अर्जुन देव जी | |
मै बनजारन राम की | गुरु नानक देव जी | |
मै बउरी मेरा राम भतार | संत नामदेव जी | |
मै बिन गुर देखे | गुरु राम दास जी | |
मै चारे कुंडा भालीआ | गुरु अर्जुन देव जी | |
मै गरीब सच टेक तूं | गुरु अर्जुन देव जी | |
मैं कोझी मेरा दिलबर सोहणा | हज़रत सुलतान बाहू | |
मैं कुसुंभड़ा चुण चुण हारी | साईं बुल्लेशाह जी | |
मैं क्योंकर जावां काअबे नूँ | साईं बुल्लेशाह जी | |
मैं लजपालां दे लड़ लगीयां | नियाज़ लाहौरवाले जी | |
मै मन तन बिरहो | गुरु राम दास जी | |
मै मन तेरी टेक मेरे पिआरे | गुरु अर्जुन देव जी | |
मैं मिरगा गुरु पारधी | संत चरनदास जी | |
मैं निरगुनीयाँ गुन नहिं जाना | धरनीदास | |
मैं पुच्छाँ शौह दीआँ वाटाँ | साईं बुल्लेशाह जी | |
मैं तेरे बिन ना जीवाँ | साईं बुल्लेशाह जी | |
मैं तो गिरधर के घर जाऊँ | मीराबाई जी | |
मैं उडीकाँ कर रही | साईं बुल्लेशाह जी | |
मैं वारी जाऊँ राम | मीराबाई जी | |
मन बैराग भइआ | गुरु अर्जुन देव जी | |
मन की मन ही | गुरु तेग़ बहादुर जी | |
मन किउ बैराग करहगा | गुरु अर्जुन देव जी | |
मन लागो मेरो यार | संत कबीर जी | |
मन माने जब तार प्रभुजी | मीराबाई जी | |
मन मंदर तन वेस कलंदर | गुरु नानक देव जी | |
मन मस्त हुआ तब क्यों बोले | संत कबीर जी | |
मन मेरे सतगुर कै भाणै चल | गुरु अमर दास जी | |
मन मेरे सुख सहज | गुरु अर्जुन देव जी | |
मन मेरे तिन की ओट | गुरु अर्जुन देव जी | |
मन रे क्यों गुमान अब करना | स्वामी जी | |
मन रे मान बचन इक मेरा | स्वामी जी | |
मन करि ले साहिब से प्रीत | संत कबीर जी | |
मन तन तेरा धन भी तेरा | गुरु अर्जुन देव जी | |
माँगूँ इक गुरु से दाना | स्वामी जी | |
मनुवाँ सब्द सुनत सुख पावै | भीखा साहिब जी | |
मउली धरती मउलिआ अकास | संत कबीर जी | |
मिहरबान है साहेब मेरा | धनी धरमदास जी | |
मेरा बैद गुरू गोविंदा | गुरु अर्जुन देव जी | |
मेरा हर प्रभ सुंदर मै सार न जाणी | गुरु राम दास जी | |
मेरा मन लोचै गुर दरसन | गुरु अर्जुन देव जी | |
मेरा नाल सजण दे नेहो लग्गा | साईं बुल्लेशाह जी | |
मेरा पिआरा प्रीतम सतगुर | गुरु राम दास जी | |
मेरा सतगुर पिआरा कित बिध | गुरु राम दास जी | |
मेरा सुंदर सुआमी जी | गुरु अर्जुन देव जी | |
मेरै मन प्रेम लगो हर तीर | गुरु राम दास जी | |
मेरे बाबा मै बउरा | संत कबीर जी | |
मेरे बीठुला जन सरन तुम्हारी | संत कबीर जी | |
मेरे घर आया राम का प्यारा | गुरु रविदास जी | |
मेरे हर प्रीतम की | गुरु राम दास जी | |
मेरे लाल जीउ | गुरु नानक देव जी | |
मेरे लालन की सोभा | गुरु अर्जुन देव जी | |
मेरे माही क्यों चिर लाया ए | साईं बुल्लेशाह जी | |
मेरे पिया की अगम हैं गतियां | स्वामी जी | |
मेरे प्रीतमा हउ जीवा | गुरु राम दास जी | |
मेरे राम हम पापी | गुरु राम दास जी | |
मेरे राम हर जन कै हउ बल जाई | गुरु अर्जुन देव जी | |
मेरे राम हर संता जेवड न कोई | गुरु अर्जुन देव जी | |
मेरे राम राए मुझ ते कछू न | गुरु अर्जुन देव जी | |
मेरे राम राए तुध चित आइऐ | गुरु अर्जुन देव जी | |
मेरे राधास्वामी परम दयाला | स्वामी जी | |
मेरे राम इह नीच करम | गुरु राम दास जी | |
मेरे साहिब तूं मै माण निमाणी | गुरु अर्जुन देव जी | |
मेरे साहिबा मैं तेरी हो मुक्की आं | शाह हुसैन जी | |
मेरे सतगुरा मैं तुझ बिन अवर ना कोए | गुरु राम दास जी | |
मेरी हाथ तुम्हारे डोरी | जगजीवन साहिब जी | |
मेरी नइया लगा दीजो पार | मीराबाई जी | |
मेरो सुंदर कहो मिलै कित गली | गुरु राम दास जी | |
म्हाँरो जन्म मरण को साथी | मीराबाई जी | |
मिल मेरे प्रीतमा जीउ | गुरु अमर दास जी | |
मिलता जाज्यो हो गुरुज्ञानी | मीराबाई जी | |
मिठ बोलड़ा जी | गुरु अर्जुन देव जी | |
मित्र तेरा कोई नहीं संगियन में | स्वामी जी | |
मित्र पिआरे नू | गुरु गोबिंद सिंह जी | |
मो कूँ कछु न चहिये राम | संत चरनदास जी | |
मू लालन सिउ प्रीत बनी | गुरु अर्जुन देव जी | |
मोहि लागी लग्न गुरु | मीराबाई जी | |
मोहिं मिला सुहाग गुरू का | स्वामी जी | |
मोहे न बिसारहो मै जन तेरा | गुरु रविदास जी | |
मो कउ तार ले रामा | संत नामदेव जी | |
मुझे शाम से मिलने की आरज़ू है | संत चरनदास जी | |
मुँह आई बात ना रैह्न्दी ए | साईं बुल्लेशाह जी | |
मुरलिया बाज रही | स्वामी जी | |
मुर्शिद मक्का, तालिब हाजी | हज़रत सुलतान बाहू | |
मुर्शिद है शाहबाज़ इलाही | हज़रत सुलतान बाहू | |
ना ख़ुदा मसीते लभदा | साईं बुल्लेशाह जी | |
ना पल बिछुड़े पिया हम से | संत कबीर जी | |
नाथ मोहिं अब की बेर उबारो | सूरदास जी | |
नदिया गहरी नाव पुरानी | मीराबाई जी | |
नहीं समझ में है जो आता | संत तुकाराम जी | |
निज रूप पूरे सतगुरू का | राय साहिब सालिगराम जी | |
निंदक जीवै जुगन जुग | संत पलटू जी | |
ओ मेरा राह दसेरा है | चुप दा संगीत | |
ऊच अपार बेअंत सुआमी कउण जाणै | गुरु अर्जुन देव जी | |
ओइ साजन ओइ मीत पिआरे | गुरु अर्जुन देव जी | |
पायो जी मैंने नाम रत्न | मीराबाई जी | |
पगली हूँ हाँ पगली रे | मीराबाई जी | |
पलै तैडै लागी | गुरु अर्जुन देव जी | |
पलटू लिखा नसीब का | संत पलटू जी | |
पलटू यह संसार में कोऊ नाही मीत | संत पलटू जी | |
पर तिरिया नूँ समझ तूँ माता | संत तुकाराम जी | |
पढ़ पढ़ इलम | हज़रत सुलतान बाहू | |
पर स्वारथ के कारने | संत पलटू जी | |
पतित उधारण बिरद तुम्हारो | संत चरनदास जी | |
पीर मिलयां जे पीड़ ना जावे | हज़रत सुलतान बाहू | |
पी ले प्याला हो मतवाला | संत कबीर जी | |
पिता हमारो वड गोसाई | संत कबीर जी | |
पिता समझावहिगे हम बारिक मुगध | गुरु राम दास जी | |
पिया बिन कैसे जीऊँ | स्वामी जी | |
पिय के ऐन बिन चैन न आवे | संत तुलसी साहिब जी | |
प्राणी एको नाम धिआवहो | गुरु नानक देव जी | |
प्रानी किआ मेरा किआ तेरा | गुरु रविदास जी | |
प्रभ जी तू मेरे प्रान अधारै | गुरु अर्जुन देव जी | |
प्रभ कीजै क्रिपा निधान | गुरु राम दास जी | |
प्रभ मेरो इत उत सदा सहाई | गुरु अर्जुन देव जी | |
प्रभ मिलबे कउ प्रीत मन लागी | गुरु अर्जुन देव जी | |
प्रभु जी बक्सहु चूकि हमारी | जगजीवन साहिब जी | |
प्रभु जी मेरे औगुन चित ना धरो | सूरदास जी | |
प्रभु जू सरन तिहारी आयो | संत चरनदास जी | |
प्रभु जी तुम औगन बकसन हार | गुरु रविदास जी | |
प्रीत लगी तुम नाम की | संत कबीर जी | |
प्रीत बहुत संसार में | संत कबीर जी | |
प्रेम बराबर जोग ना | संत चरनदास जी | |
प्रेम दिवाने जो भये | सहजो बाई | |
प्रेम सखी तुम करो बिचार | संत कबीर जी | |
प्रेमी सुनो प्रेम की बात | स्वामी जी | |
प्यारे दर्शन दीजो आय | मीराबाई जी | |
प्यासी अखियाँ गुरु दरसन की प्यासी | संत चरनदास जी | |
राख पिता प्रभ मेरे | गुरु अर्जुन देव जी | |
राखहो अपनी सरण प्रभ | गुरु अर्जुन देव जी | |
राखो जी लाज गरीब निवाज | संत चरनदास जी | |
राम गुसईआ जीअ के जीवना | गुरु रविदास जी | |
राम कृपा करि होहु दयाला | संत दादू दयाल जी | |
राम मै हर हर नाम | गुरु राम दास जी | |
राम नाम गुण गाए ले मीता | गुरु अर्जुन देव जी | |
रामईआ हउ बारिक तेरा | संत कबीर जी | |
राँझा जोगीड़ा | साईं बुल्लेशाह जी | |
राँझा राँझा करदी नी | साईं बुल्लेशाह जी | |
राज़ी यार दी | अज्ञात | |
राधास्वामी धरा नर रूप | स्वामी जी | |
राधास्वामी गाय कर, जनम सुफल कर | स्वामी जी | |
रहना नहिं देस बिराना है | संत कबीर जी | |
रैण दिनस गुर चरण अराधी | गुरु राम दास जी | |
रैण सुहावड़ी दिनस सुहेला | गुरु अर्जुन देव जी | |
रख दिया मन तेरे चरणों में | संत तुकाराम जी | |
राम नाम मेरे मन | मीराबाई जी | |
रमईए सिउ इक बेनती | गुरु रविदास जी | |
रंग जा तेरे प्यार दा चढ़िआ | चुप दा संगीत | |
रंग रता मेरा साहिब | गुरु नानक देव जी | |
रसना जपती तूही तूही | गुरु अर्जुन देव जी | |
रटता क्यों नहिं रे | मीराबाई जी | |
री मेरे पार निकस | मीराबाई जी | |
सा धरती भई हरीआवली | गुरु राम दास जी | |
साचा साहिब एक तू | संत कबीर जी | |
साचा साह गुरू सुखदाता | गुरु नानक देव जी | |
साचे साहिबा किआ नाही घर तेरे | गुरु अमर दास जी | |
साचे सतगुरू दातारा | गुरु अर्जुन देव जी | |
साची प्रीत हम तुम सिउ जोरी | गुरु रविदास जी | |
साधो सो सतगुरु | संत कबीर जी | |
साईं बिन दरद करेजे होय | संत कबीर जी | |
साहिब के दरबार में | संत पलटू जी | |
साहेब लेइ चलो | धनी धरमदास जी | |
साहब मैं गुलाम हौं तेरा | दरिया साहिब | |
साहिब साहिब क्या करै | संत पलटू जी | |
साजना संत आउ मे | गुरु अर्जुन देव जी | |
साजनड़ा मेरा साजनड़ा | गुरु अर्जुन देव जी | |
सावल सुंदर रामईआ | संत कबीर जी | |
सभ अवगण मै गुण नही कोई | गुरु नानक देव जी | |
सभ जाए मिलहो सतगुरू कउ | गुरु राम दास जी | |
सभ ऊपर पारब्रहम दातार | गुरु अर्जुन देव जी | |
सबतैं ऊँची प्रेम सगाई | सूरदास जी | |
सहेलियां साजन घर आयो | मीराबाई जी | |
सै रोज़े सै नफ़ल नमाज़ा | हज़रत सुलतान बाहू | |
सजण बिन रातीं | शाह हुसैन जी | |
सजणाँ दे विछोड़े कोलों | साईं बुल्लेशाह जी | |
सज्जन दर्शन देंदा नाहीं | चतुरदास जी | |
सखी री मैं तो गिरधर | मीराबाई जी | |
संता के कारज आप खलोइआ | गुरु अर्जुन देव जी | |
संता की होए दासरी | गुरु अर्जुन देव जी | |
संतन बिन अवर न दाता | गुरु अर्जुन देव जी | |
सतगुर अपुने सुनी अरदास | गुरु अर्जुन देव जी | |
सतगुर आवो हमरे देस | धनी धरमदास जी | |
सतगुर आइओ सरण तुहारी | गुरु अर्जुन देव जी | |
सतगुर भीखिआ देह मै तूं संम्रथ दातार | गुरु नानक देव जी | |
सतगुर दाता दइआल है | गुरु राम दास जी | |
सतगुरु है रंगरेज चुनर मेरी | संत कबीर जी | |
सतगुर होए दइआल ता सरधा पूरीऐ | गुरु नानक देव जी | |
सतगुरु से संग | संत कबीर जी | |
सतगुर खोटिअहो खरे करे | गुरु नानक देव जी | |
सतगुर की सेवा सफल है | गुरु अमर दास जी | |
सतगुर मेरा बेमुहताज | गुरु अर्जुन देव जी | |
सतगुर मेरा वड समरथा | गुरु अर्जुन देव जी | |
सतगुरु मेरी सुनो पुकार | स्वामी जी | |
सतगुर पास बेनंतीआ मिलै नाम आधारा | गुरु अर्जुन देव जी | |
सतगुर से मांगू यही | संत चरनदास जी | |
सतगुर सेव सरब फल पाए | गुरु अर्जुन देव जी | |
सतगुरु सरन गहो मेरे प्यारे | स्वामी जी | |
सतगुरु आय दिया जग हेला | राय साहिब सालिगराम जी | |
सतगुरु खोजो री प्यारी | स्वामी जी | |
सतगुरु मोरी चूक सँभारो | संत कबीर जी | |
सतगुरु से करूँ पुकारी | स्वामी जी | |
से वणजारे आए नी माँएँ | साईं बुल्लेशाह जी | |
सीस भेट देउ | गुरु राम दास जी | |
सीस झुकाइये उस नूं | हाफ़िज़ | |
सीस उतारै हाथ से | संत पलटू जी | |
सीतल चंदन चंद्रमा तैसे सीतल संत | संत पलटू जी | |
सेवक की अरदास पिआरे | गुरु अर्जुन देव जी | |
सेवक सेवा में रहै | संत कबीर जी | |
सेवी सतगुर आपणा | गुरु अर्जुन देव जी | |
सिष का माना सतगुरु | सहजो बाई | |
सिमर मना राम नाम | गुरु अर्जुन देव जी | |
सो सतगुर पिआरा मेरै नाल है | गुरु राम दास जी | |
सोई कराए जो तुध भावै | गुरु अर्जुन देव जी | |
सुन ऐ तक़ी ना जाइयो | संत तुलसी साहिब जी | |
सुण फ़रियाद पीरां दिआ पीरा | हज़रत सुलतान बाहू | |
सुन कर बचन तुम्हारे सतगुर | गुरु अर्जुन देव जी | |
सुण सजण प्रीतम मेरिआ मै सतगुर देहो | गुरु अर्जुन देव जी | |
सुन सखीए प्रभ मिलण नीसानी | गुरु अर्जुन देव जी | |
सुण यार हमारे सजण | गुरु अर्जुन देव जी | |
सुनहो बिनंती ठाकुर मे | गुरु अर्जुन देव जी | |
सुनहो बेनंतीआ सुआमी मेरे | गुरु अर्जुन देव जी | |
सुनता नहीं धुन की खबर | संत कबीर जी | |
सुरत बुंद सत सिंध तज | स्वामी जी | |
सुरत चल बावरी, क्यों घर बिसराया | स्वामी जी | |
सुरत मेरी धोय डालो | स्वामी जी | |
सुरत सुन बात री | स्वामी जी | |
सुरत तू चेत री | स्वामी जी | |
स्वामी सुनो हमारी बिनती | स्वामी जी | |
ताती वाउ न लगई पारब्रहम सरणाई | गुरु अर्जुन देव जी | |
तै साहिब की मै सार ना जानी | शेख फरीद जी | |
तलफै बिन बालम मोरा जिया | संत कबीर जी | |
तनक हरि चितवौ जी | मीराबाई जी | |
ते साधू हर मेलहो सुआमी | गुरु राम दास जी | |
तीन लोक से जुदा है | संत पलटू जी | |
तेरा भाणा तूहै मनाइह | गुरु अर्जुन देव जी | |
तेरा कीता जातो नाही | गुरु अर्जुन देव जी | |
तेरे बाझ रंगीलिआ सजणा ओए | सरमद जी | |
तेरे इश्क़ नचाइआँ कर थइआ थइआ | साईं बुल्लेशाह जी | |
तेरे जीअ तू सद ही साथी | गुरु अर्जुन देव जी | |
तेरी मेहर दा इक दरिआ वगदा | सरमद जी | |
ठाकुर ऐसो नाम तुम्हारो | गुरु अर्जुन देव जी | |
तिल तिल का अपराधी तेरा | संत दादू दयाल जी | |
तूहियों हैं मैं नाही | साईं बुल्लेशाह जी | |
तोरी न तूटै छोरी न छूटै | गुरु अर्जुन देव जी | |
तूं दाता जीआ सभना का | गुरु अर्जुन देव जी | |
तू दरीआउ दाना बीना | गुरु नानक देव जी | |
तूँ हीं तूँ गुरदेव हमारा | संत दादू दयाल जी | |
तू जानत मै किछ नही | गुरु रविदास जी | |
तूं मेरा पिता तूंहै मेरा माता | गुरु अर्जुन देव जी | |
तूं मेरा सखा तूंही मेरा मीत | गुरु अर्जुन देव जी | |
तू मेरा तरंग हम मीन तुमारे | गुरु अर्जुन देव जी | |
तूं मेरे लालन तूं मेरे प्रान | गुरु अर्जुन देव जी | |
तूं मेरो मेर परबत सुआमी | संत कबीर जी | |
तू प्रभ दाता | गुरु नानक देव जी | |
तूं सागरो रतनागरो | गुरु अर्जुन देव जी | |
तूं साजन तूं प्रीतम मेरा | गुरु अर्जुन देव जी | |
तूं साझा साहिब बाप हमारा | गुरु अर्जुन देव जी | |
तूं समरथ तूंहै मेरा | गुरु अर्जुन देव जी | |
तूं विसरह तां सभ को लागू | गुरु अर्जुन देव जी | |
तुझ बिन क्यूं जीऊँ रे | संत नामदेव जी | |
तुलसी बिरवा बाग के | संत तुलसी साहिब जी | |
तुम्ह बिन राँम कवन सों कहिये | संत कबीर जी | |
तुम बिन रह्यो न जाय | मीराबाई जी | |
तुम दाते ठाकुर प्रतिपालक | गुरु अर्जुन देव जी | |
तुम दीपक मैं भइ हूं पतंगा | स्वामी जी | |
तुम घर आवहो मेरे मीत | गुरु अर्जुन देव जी | |
तुम गुनवंत मैं औगुन भारी | सहजो बाई | |
तुम ही हो रखपाल हमारे | संत दादू दयाल जी | |
तुम्ह करहो दइआ मेरे साई | गुरु अर्जुन देव जी | |
तुम मेरी राखो लाज हरी | सूरदास जी | |
तुम मेरो साईं मैं तेरो दास | दरिया साहिब | |
तुम्ह मिलते मेरा मन जीओ | गुरु अर्जुन देव जी | |
तुम मेरी राखो लाज हरी | सूरदास जी | |
तुम पलक उघाड़ो दीनानाथ | मीराबाई जी | |
तुम साहब करतार हो | संत चरनदास जी | |
तुम्ह सरणाई आइआ ठाकुर | गुरु अर्जुन देव जी | |
तुम सों यह मन लागा मोरा | जगजीवन साहिब जी | |
तुम सुणौ दयाल म्हाँरी अरजी | मीराबाई जी | |
तुमरी क्रिपा मह सूख घनेरे | गुरु अर्जुन देव जी | |
तुसीं आओ मिलो मेरी प्यारी | साईं बुल्लेशाह जी | |
उठ गए गवाँढों यार | साईं बुल्लेशाह जी | |
उठ दिला चल ढूँडन चलिये | अज्ञात | |
उठ जाग घुराड़े मार नहीं | साईं बुल्लेशाह जी | |
वाह सोहणिआ | साईं बुल्लेशाह जी | |
वडे मेरे साहिबा | गुरु राम दास जी | |
वै दिन कब आवैंगे माइ | संत कबीर जी | |
वे प्यारया साडे वल्ल मुखड़ा मोड़ | साईं बुल्लेशाह जी | |
वेखो नी की कर | साईं बुल्लेशाह जी | |
वेखो नी शौह इनायत साईं | साईं बुल्लेशाह जी | |
विण बोलिआ सब किछ जाणदा | गुरु अमर दास जी | |
बंझा ने बालक जाया | स्वामी जी | |
यह तन दुर्लभ तुमने पाया | स्वामी जी | |
कदी मोड़ मुहारां ढोलिआ | साईं बुल्लेशाह जी | |