डाउन्लोड | पिछले अंक | English
भाग 21 • अंक 5
सितंबर अक्टूबर 2025
ख़ामोशी से मुस्कुरानेवाला
इतनी सारी बातचीत। संसार में हर किसी का हर विषय पर पंडित बन जाना। …
सत्संगी बनना
हमें नामदान की बख़्शिश हुए चाहे कुछ महीने या कई साल हुए हों, हम ख़ुद को सत्संगी समझने लगते हैं। …
जीवन की दिव्य एकता
रूहानी मार्ग पर चलते हुए हम अकसर अपने जीवन के बारे में समझने के लिए बुद्धि का इस्तेमाल करते हैं। …
जैसा कि परमात्मा चाहता है
सेवा – बदलाव का ज़रिया
कई साल पहले सतगुरु अचानक आने वाले थे। उनके इंतज़ार की ख़ुशी में, हम कुछेक सेवादार नए …
इक दीन भिखारी हूँ चिथड़ों में
पनाह ली है मैंने तेरे शाही दरबार में, इक दीन भिखारी हूँ चिथड़ों में। …
मनुष्य होना ही सबसे बड़ा उपहार है
सबसे ज़बरदस्त परिवर्तन
दिल से की गई प्रार्थनाएँ
अपने आपे को आईने में देखना
हमारे जीवन के दिन
सर्वोत्तम मुक्ति
हमारा मानव शरीर, हर जीवित वस्तु की तरह, नाशवान है। यह केवल एक चोला है जिसके ज़रिए हम …
प्रेम को समझना
हर दूसरे महीने प्रकाशित होने वाली पत्रिका, रूहानी रिश्ता, दुनिया भर के विभिन्न देशों के सेवादारों की टीमों द्वारा निर्मित की जाती है। इसके मौलिक लेख, कविताएँ और कार्टून संत मत की शिक्षाओं को अनेक दृष्टिकोणों और सांस्कृतिक परिवेशों से प्रस्तुत करते हैं। नए संस्करण प्रत्येक दूसरे महीने की पहली तारीख को, 1 जनवरी से शुरू होते हुए, पोस्ट किए जाएंगे।
© कॉपीराइट 2025, साइंस ऑफ़ द सोल रिसर्च सेंटर
गुरु रविदास मार्ग, पूसा रोड, नई दिल्ली 110005, भारत