सहजोबाई और दयाबाई – राधास्वामी सत्संग ब्यास ऑडियो बुक्स

सहजोबाई और दयाबाई

सहजोबाई और दयाबाई दोनों संत चरनदास की शिष्या थीं। दोनों ने इस नश्वर संसार के मोह को त्यागकर हृदय में प्रभु का सच्चा प्रेम उत्पन्न करके ऊँचे उठने का उपदेश दिया है। हालाँकि आपने अपनी बानी में परमार्थ के सभी पहलुओं पर प्रकाश डाला है, परंतु इसमें गुरुप्रेम की प्रमुखता नज़र आती है। आपका दृढ़ विश्वास था कि अंतर में ध्यान स्थिर करने और सुरत-शब्द योग के मार्ग पर चलने की युक्ति सतगुरु से ही सीखी जा सकती है।

लेखक: डॉ. टी. आर. शंगारी
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