बाबा गुरिंदर सिंह जी![]() बाबा गुरिंदर सिंह जी का जन्म 1954 में हुआ था। उनका परिवार भारत के पंजाब प्रांत के पारंपरिक कृषि समुदाय से संबंध रखता है। सन् 1990 में उनके संत-सतगुरु ने उन्हें राधास्वामी सत्संग ब्यास का आध्यात्मिक गुरु गद्दीनशीन किया। गद्दीनशीनी से पहले वह स्पेन में रह रहे थे। अब वह रिटायर्ड हैं, और अपनी आमदनी से अपना गुज़ारा करते हैं। सेवा के नियमों के अनुसार वह संस्था से कोई वेतन नहीं लेते। अपने से पहले हुए संत-सतगुरुओं की तरह उन्होंने अपनी ज़िंदगी संस्था की सेवा और संगत के रूहानी मार्गदर्शन में समर्पित की है। |
हुज़ूर जसदीप सिंह जी![]() हुज़ूर जसदीप सिंह जी का जन्म सन् 1979 में अमृतसर में हुआ। वे आर्मी के माहौल में पले बढ़े। बाद में उन्हें पढ़ने के लिए बोर्डिंग स्कूल भेजा गया। उन्होंने आगे की पढ़ाई इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी और यूनिवर्सिटी ऑफ़ केम्ब्रिज से पूरी की। इस संस्था की सेवा में अपना जीवन समर्पित करने से पहले वह भारत के कॉर्पोरेट व्यवसाय से जुड़े थे; और लगभग पिछले दो दशक फ़ार्मास्यूटिकल और मैनेजमेंट कंसल्टिंग उद्योग में कार्यरत रहे। वह शादीशुदा हैं। रिटायरमेंट के बाद अपनी पत्नी, दो बच्चों और माता-पिता के साथ ब्यास में रह रहे हैं। वह अपनी आमदनी से अपना गुज़ारा करते हैं। 2 सितंबर 2024 को बाबा गुरिंदर सिंह जी ने उन्हें राधास्वामी सत्संग ब्यास की सभी संस्थाओं का पेट्रन नियुक्त किया है। हुज़ूर जी को नामदान की बख़्शिश और सत्संग फ़रमाने का भी पूरा अधिकार है। भविष्य में बाबा गुरिंदर सिंह जी के बाद वह राधास्वामी सत्संग ब्यास के संत-सतगुरु होंगे। |