नेत्रदान - स्वास्थ्य की देखभाल

नेत्रदान

अँधेरे से उजाले की ओर

अगर आप सहायक बनें तो
हमारे देश में दस लाख अंधों को नज़र मिल सकती है।
उन्हें आँखों की ज़रूरत है।
अगर आज आप नेत्रदान का प्रण लें
तो इससे ज़िंदगी बदल सकती है।
अपने प्यारों की आँखें दान करें।
उन्हें बंद न होने दें,
मौत के बाद भी उन्हें खुली रहने दें।
नेत्रदान एक अनमोल तोहफ़ा है,
जिसे केवल आप ही दे सकते हैं॥

आप नेत्रदान कर सकते हैं। नेत्रदान को अपने परिवार की परंपरा बनाएँ। अपने प्रियजनों की आँखें भी दान करें। नेत्रदान की प्रतिज्ञा आप किसी भी उम्र में कर सकते हैं।
कॉर्नियल अंधापन क्या है?

कॉर्निया आँख के आगे एक पारदर्शी झिल्ली है जिसके द्वारा आँख के अंदर रोशनी केंद्रित होती है। यदि संक्रमण, चोट या किसी अन्य रोग से कॉर्निया धुँधला हो जाए तो दृष्टि बहुत कम हो जाती है या पूरी तरह जा भी सकती है।

कॉर्नियल अंधेपन के मुख्य कारण हैं
  • संक्रमण
  • चोट
  • रसायन से जलना
  • कुपोषण (malnutrition)
  • जन्मजात रोग
  • ऑपरेशन के बाद कोई समस्या या संक्रमण

ख़ुशक़िस्मती से यदि कॉर्निया का दान मिल जाए तो इसे प्रत्यारोपित कर, अधिकतर रोगियों की दृष्टि वापस आ सकती है।

नेत्रदान से किन रोगियों को फ़ायदा होता है? आँख के किस भाग का प्रयोग होता है?

आम तौर पर आँख के पारदर्शी भाग (कॉर्निया) का प्रयोग होता है। कभी‑कभी सफ़ेद भाग (Sclera), कंजंकटाइवा और कॉर्निया के आसपास के भाग में मौजूद स्टेम कोशिकाओं (stem cells) का भी प्रयोग होता है।

मैं नेत्रदान की प्रतिज्ञा कैसे कर सकता हूँ?

अपने नज़दीकी नेत्र बैंक में एक फ़ॉर्म भरें और इस पर किसी संबंधी के दस्तख़त भी करवा लें।

नेत्रदान के लिए मैं और क्या कर सकता हूँ? नेत्रदान आंदोलन का हिस्सा बनें