स्वास्थ्य और सफ़ाई - स्वास्थ्य की देखभाल

स्वास्थ्य और सफ़ाई

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार स्वास्थ्य का अर्थ केवल बीमारी या दुर्बलता का न होना ही नहीं है बल्कि यह पूर्ण रूप से शारीरिक तथा मानसिक तंदुरुस्ती और सामाजिक कुशलता का नाम है। हर स्वस्थ इनसान सामाजिक और आर्थिक तौर पर एक उत्तम जीवन जी सकता है।

जीवन में स्वास्थ्य के लक्ष्य

स्वस्थ रहकर आप ज़िंदगी की उँचाइयों को छू सकते हैं—
स्वास्थ्य की जानकारी सफलता में मदद करती है।

स्वस्थ जीवन शैली

जीवन शैली से भाव है हम कैसे रहते हैं, हम क्या खाते‑पीते हैं, कौन‑से शारीरिक काम करते हैं और कौन‑सी अच्छी‑बुरी आदतें अपनाते हैं। यदि हमारी जीवन शैली अच्छी है तो हम बीमार कम पड़ेंगे और हमेशा चुस्त और बलवान रहेंगे। जीवन शैली बेढंगी होने से हमारी उम्र कम हो सकती है और बीमार और असहाय होने के कारण हमारा जीवन कठिन हो सकता है।

स्वस्थ जीवन आपके हाथ में है—अच्छा भोजन लें, नियमित रूप से व्यायाम करें, तंबाकू तथा शराब से दूर रहें। हम अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी इन अच्छी आदतों के लिए प्रेरित कर सकते हैं। अपने आप से और अपने परिवार से स्वस्थ जीवन की शुरुआत के बाद हम समाज को भी स्वस्थ बनाने में सहायता कर सकते हैं।

आइए हम सब स्वस्थ जीवन का आनंद लें!
आपका स्वास्थ्य आपकी निजी ज़िम्मेदारी है!
आपकी देखभाल आपसे बेहतर और कोई नहीं कर सकता!

मौजूदा जीवन शैली के बारे में अपने आप से ये सवाल पूछें

इन सवालों के जवाब पाने के लिए आगे पढ़ें।

स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर आप
अच्छे दिखेंगे: आपका शरीर सुडौल, मांसपेशियाँ मज़बूत, आँखों में चमक और त्वचा तथा बाल सुंदर होंगे। 
अच्छा महसूस करेंगे: आप में ज़्यादा चुस्ती होगी, आप अच्छी तरह सोएँगे और तनाव से मुक्त रहेंगे।
खुश रहेंगे: आप अपना काम और पढ़ाई बेहतर ढंग से कर सकेंगे और अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ ज़िंदगी ख़ुशी‑ख़ुशी बिता सकेंगे।

आप ऐसा कर सकते हैं—ज़िंदगी का पूरा आनंद लीजिए।

स्वस्थ रहना सीखो! स्वास्थ्य‑लाभ कमाओ।
  आज भी और कल भी
ख़ुद अर्जित कर सकते हो स्वास्थ्य तुम,
  पर उधार नहीं ले सकते।

स्वस्थ जीवन का अर्थ है

हमारे देश में दिल का दौरा, हाई ब्लड प्रेशर, मधुमेह, कैंसर, साँस की समस्याएँ और दिमाग़ी बीमारियाँ बढ़ती जा रही हैं। अच्छी आदतों को अपनाकर और बुरी आदतों को छोड़कर इन बीमारियों की रोकथाम के लिए बहुत कुछ किया जा सकता है। बचपन में अच्छी आदतें अपनाना आसान होता है। इससे हम जीवन में आगे चलकर अस्वस्थ जीवन शैली से जुड़ी समस्याओं से बच सकते हैं। यदि हम इक्कीसवीं सदी में अपनी और अपने देश की सफलता चाहते हैं तो हमें अपना अच्छा स्वास्थ्य सुनिश्चित कर लेना चाहिए जो ज़िंदगी भर हमारा साथ देगा। अपनी उचित देखभाल से (संतुलित भोजन खाकर, चुस्त रहकर और धूम्रपान न करके) हमें अच्छा लगेगा और हमें अधिक काम करने और खेलने की शक्ति मिलेगी।

स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?

हृदयरोग, मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर से बचें।
जीवन का आनंद लेने के लिए स्वस्थ बनें।
अपना वज़न अपने क़द के अनुसार रखें ताकि आप मोटे न हों।
ध्यान रखें कि बढ़ी हुई तोंद सेहत के लिए ख़तरनाक है।

स्वस्थ रहने का तरीक़ा: उचित भोजन

मूलमंत्र हैं: नियमित दिनचर्या, संतुलन, संतोष और विविधता

पौष्टिक आहार के लिए इनका प्रयोग ज़्यादा करें:
कम खाएँ: खाने के गुण उसके बनाने के तरीक़े पर निर्भर करते हैं!

खाना बनाते समय इन बातों का ध्यान रखें:

याद रखें! शक्ति के साथ-साथ पोषक तत्त्वों की ज़रूरत

काम करने और जीवन का आनंद लेने के लिए शरीर में बल होना चाहिए। शरीर को यह शक्ति भोजन से मिलती है। लेकिन यदि हम अपनी ज़रूरत से ज़्यादा खाएँगे तो हमारे शरीर पर चर्बी बढ़ जाएगी। शारीरिक विकास तथा काम करने, पढ़ाई, व्यायाम करने और बीमारियों से लड़ने के लिए शक्ति के साथ‑साथ पोषण की भी ज़रूरत होती है।

कुछ खाद्य पदार्थ आपको काम करने की शक्ति तो देते हैं लेकिन विकास या चेहरे पर निखार लानेवाले पौष्टिक तत्त्व इनमें कम होते हैं। जिस खाने में पोषक तत्त्वों की कमी हो, वह हमें मोटा कर सकता है, थका सकता है और अस्वस्थ भी बना सकता है। पोषण से भरपूर खाना जैसे अनाज, दूध, फल, सब्ज़ियाँ और दालों से हमें बढ़ने की शक्ति मिलती है और शरीर तेजस्वी बनता है। हाई कैलोरीयुक्त खाद्य पदार्थ जैसे सॉफ़्ट ड्रिंक, चिकनाई वाला भोजन और चॉकलेट किसी ख़ास मौक़े पर ही खाएँ और इनका सेवन कम मात्रा में करें।

आहार में पोषक तत्त्वों के मुख्य शाकाहारी स्रोत

पोषक तत्त्व आहार
शक्ति/बल अनाज, दालें, कंदमूल, वसा और तेल, चीनी और गुड़।
प्रोटीन दूध और दूध से बने पदार्थ, दालें, मेवे और गिरियाँ।
वसा/चिकनाई मक्खन, घी, वनस्पति तेल, वनस्पति घी, मेवे और गिरियाँ।
कार्बोहाइड्रेट अनाज, दालें, चीनी और गुड़, जड़ें, कंदमूल जैसे आलू, गाजर आदि।
रेशा/फ़ाइबर हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, फल, बिना छना अनाज, दालें और फलियाँ।
कैल्शियम दूध और दूध से बने पदार्थ, रागी, हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ।
आयरन हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, राइस-फ़्लेक्स, गेहूँ का आटा, दालें।
विटामिन‑ए, बीटा कैरोटीन और विटामिन‑बी मक्खन, घी, दूध, गाजर, रागी, हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, पपीता, आम।
विटामिन‑बी कॉम्पलेक्स दूध, हाथ से कूटकर निकाला गया चावल (मोटा चावल), गेहूँ, साबुत चने, दालें, हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, मेवे और गिरियाँ।
विटामिन‑सी आमला, नीबू, संतरा, अमरूद, टमाटर, सलाद के पत्ते, अंकुरित दालें।
विटामिन‑डी दूध, सूर्य की रोशनी।
आयोडीन और स्वास्थ्य

आयोडीन के मुख्य स्रोत : आयोडाइज़्ड नमक और केल्प (सुखाया हुआ समुद्री शैवाल (Seaweed)) हैं। दही, गाय का दूध और स्ट्राबेरी भी इसके अच्छे स्रोत हैं।

आयोडीन की कमी से यह बीमारियाँ पैदा हो सकती हैं: फ़ाइब्रोसिस्टिक—छाती की बीमारी, घेंघा गोइटर (Goiter), हाइपरथायरॉयडिज़्म, (Hyperthyroidism) हाइपोथायरॉयडिज़्म (Hypothyroidism) और बार‑बार गर्भपात का होना।

ज़्यादा खाने से बचें
आहार की जानकारी

शक्ति से भरपूर खाद्य पदार्थ: ये हमें ज़्यादा कैलोरीज़ देते हैं लेकिन वे पोषक तत्त्व नहीं देते जो हमें स्वस्थ रखने के लिए ज़रूरी हैं। कुछ ऐसे पदार्थ हैं—चॉकलेट, आइसक्रीम, आलू के चिप्स, सॉफ़्ट ड्रिंक आदि।

पौष्टिक खाद्य पदार्थ: ये हमें शक्ति के साथ‑साथ बढ़ने और आभायुक्त होने के लिए कैलोरीज़ और पोषक तत्त्व भी देते हैं। पोषक तत्त्वों से भरपूर ऐसे भोजन हैं: रोटी, चावल, दालें, राजमा, सब्ज़ियाँ, फल, दूध और दूध से बने पदार्थ।

सफ़ाई की आदत

हाथ धोने से हम स्वस्थ रहते हैं

हमारे हाथों में हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस चिपक सकते हैं। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हाथ धोना सबसे अच्छा तरीक़ा है। यह आदत सबके लिए ज़रूरी है। ध्यान रखें कि रसोई में काम करनेवाले अपने हाथ ज़रूर धो लें।


हाथ कैसे धोएँ 
  • हाथों को गुनगुने पानी की धार में धोएँ। 
  • गीले हाथों पर साबुन लगाएँ।
  • 5 से 10 सेकंड साबुन को अच्छी तरह हथेलियों पर, उनके पिछले भाग पर और उँगलियों के बीच में मलें।
  • नाख़ून साफ़ करने के लिए ब्रश का प्रयोग करें।
  • चलते पानी की धार में हाथों को अच्छी तरह धोएँ।
  • साफ़ तौलिए से हाथों को पोंछें।
हाथ कब धोएँ 
  • शौचालय जाने के बाद। 
  • बच्चे को शौचालय ले जाने के बाद।
  • बच्चे के नैपकिन बदलने के बाद।
  • अपना नाक साफ़ करने के बाद।
  • किसी बीमार व्यक्ति की सेवा करने से पहले और उसके बाद।
  • खाने से पहले तथा खाने के बाद।

खाँसते या छींकते समय मुँह और नाक को ढकने से बीमारी से बचा जा सकता है

खाँसते और छींकते समय मुँह और नाक को रूमाल से ढकें। यदि आपके पास रूमाल न हो तो कुहनी के अंदर के भाग का इस्तेमाल करते हुए छींकें और खाँसें, परंतु हाथों का इस्तेमाल न करें क्योंकि इन्हीं हाथों से हम खाना खा लेते है और अन्य लोगों को छूते हैं। ऐसा करने से हवा के ज़रिए फैलनेवाली बीमारियों, जैसे फ़्लू, ज़ुकाम, तपेदिक आदि से बचाव होता है।

सार्वजनिक जगह पर थूकने से बीमारियाँ फैलती हैं

थूकना एक बुरी आदत है क्योंकि इससे वातावरण दूषित होता है। थूक में कीटाणु (बैक्टीरिया और वायरस) होते हैं जो बीमारियाँ फैलाते हैं।

आपकी सेहत आपके हाथ में है
सफ़ाई से स्वास्थ्य सुनिश्चित होता है

तंबाकू

हर प्रकार के तंबाकू से दूर रहें

उन 1000 युवकों में से जो आज धूम्रपान करते हैं:
• 500 की मृत्यु तंबाकू से जुड़ी बीमारियों के कारण होगी।
• 250 लोग कम उम्र में मर जाएँगे। वे धूम्रपान न करनेवाले लोगों की तुलना में अपनी आयु औसतन 22 साल कम कर लेते हैं। 
• 250 लोगों की मृत्यु चाहे बुढ़ापे में होगी लेकिन जैसे‑जैसे उम्र बढ़ेगी, उन्हें तंबाकू के सेवन से जुड़ी बीमारियाँ होंगी जिनसे उनकी सेहत ख़राब रहेगी।

यदि कोई पहले से ही धूम्रपान करता है

धूम्रपान करनेवाला व्यक्ति यदि अपना इरादा पक्का कर ले, तो धूम्रपान छोड़ सकता है। इसके लिए इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प की ज़रूरत है। इसकी आदत पड़ने के कारण कभी‑कभी ऐसा करना मुश्किल होता है, लेकिन अपनी कोशिश और परिवार एवं दोस्तों के सहयोग से ऐसा किया जा सकता है।

यदि आप धूम्रपान नहीं करते नीचे कुछ तथ्य दिए गए हैं जिससे आप अपने जान‑पहचान के लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रेरित कर सकते हैं: तंबाकू का प्रयोग और कैंसर

तंबाकू भारत में पहली बार 17 वीं शताब्दी में लाया गया परंतु 20 वीं शताब्दी तक यह काफ़ी प्रचलित हो गया। तंबाकू का इस्तेमाल कई प्रकार से किया जाता है, उदाहरण के लिए—धूम्रपान में, चबाने के लिए और नसवार बनाकर। धूम्रपान का प्रचलन आज पूरी दुनिया में हो रहा है। धूम्रपान के धुएँ में हाइड्रोकार्बन, बैनज़ीन व कैडमियम जैसे विषैले पदार्थ होते हैं। तंबाकू में भी निकोटीन और नाइट्रोसैमाइंज़ जैसे हानिकारक पदार्थ होते हैं। जब तंबाकू को गुटके के रूप में मुँह के भीतर देर तक रखा जाता है तो यह बहुत हानिकारक होता है। मुँह के कैंसर को बढ़ाने में तो इसका बहुत बड़ा हाथ है।

मुँह के कैंसर के कारण चेतावनी के संकेत

इलाज : ज़्यादातर ऑपरेशन, कीमोथेरेपी (Chemotherapy) और रेडियोथेरेपी (Radiotherapy) द्वारा होता है।

फेफड़ों के कैंसर का कारण संकेत और लक्षण

आम तौर से शुरुआत में कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। परंतु बाद की अवस्था में ये लक्षण दिखाई देते हैं:

जाँच के लिए टेस्ट

इलाज: ऑपरेशन, कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी।

एक बार आप धूम्रपान करना बंद कर देते हैं तो आपका शरीर
पहले से हो चुके नुकसान को सुधारना शुरू कर देता है।

याद रखें!

शारीरिक क्रिया (Physical Activity)

शारीरिक क्रिया क्या है

शरीर की कोई भी गतिविधि, जिसमें शक्ति का प्रयोग हो (कैलोरीज़ की खपत हो) वह शारीरिक क्रिया कहलाती है। इसलिए किसी भी प्रकार की गतिविधि शारीरिक क्रिया है। जब हम तेज़ी से चलते हैं, सीढ़ियाँ चढ़ते हैं, साइकिल चलाते हैं, कोई खेल खेलते हैं, नाचते हैं, या घर की सफ़ाई करते हैं, तो हम शारीरिक क्रियाएँ कर रहे हैं। इन कार्यों में इस्तेमाल होनेवाली शक्ति के आधार पर शारीरिक क्रियाओं को इन श्रेणियों में बाँटा गया है: हलका, मध्यम और कठोर।

शारीरिक क्रियाओं की क़िस्म और मात्रा

चुस्त जीवन के लिए स्वस्थ रहने के लिए गतिविधि तंदुरुस्ती के लिए व्यायाम खेलों के लिए अभ्यास
हलकी से मध्यम गतिविधि मध्यम गतिविधि मध्यम से तेज़ गतिविधि बहुत ज़ोर से की गई गतिविधि
10 मिनट या उससे ज़्यादा—दिन में कुछ बार हफ़्ते में तीन बार, दिन में बीस मिनट या उससे अधिक रोज़ाना तीस मिनट या इससे ज़्यादा अपनी‑अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार जितनी बार और जितनी देर कर सकें
शारीरिक गतिविधि और व्यायाम में क्या अंतर है?

नियमित रूप से मध्यम दर्जे की शारीरिक क्रियाओं से हमें स्वास्थ्य के अनेक फ़ायदे होते हैं, ख़ास तौर पर कई बीमारियों से बचने में मदद मिलती है। हालाँकि कठोर शारीरिक गतिविधि से हृदय, फेफड़ों और मांसपेशियों की कार्यकुशलता और सहनशक्ति बढ़ती है, लेकिन इससे सेहत से जुड़े अन्य फ़ायदे उतने नहीं होते। तंदुरुस्त होने से आप ऊँचे दर्जे के व्यायाम तो आसानी से कर पाएँगे, लेकिन मध्यम दर्जे की गतिविधियों से सेहत से जुड़े काफ़ी फ़ायदे होते हैं। ज़्यादा शारीरिक व्यायाम करने से ज़्यादा कैलोरीज़ की खपत होती है, इसलिए यह वज़न को नियंत्रण में रखने के लिए फ़ायदेमंद है।

मध्यम स्तर की नियमित शारीरिक क्रिया = सेहत से जुड़े फ़ायदे (बीमारी होने का कम ख़तरा)
तीव्र गति से बार‑बार की गई शारीरिक क्रिया=बेहतर तंदुरुस्ती और स्वास्थ्य लाभ

शारीरिक व्यायाम के क्या फ़ायदे हैं?

नियमित शारीरिक व्यायाम

व्यायाम के लाभ जीवन भर के लिए हैं।

बचपन में व्यायाम करने से किशोरावस्था में व्यायाम करने से युवावस्था में व्यायाम करने से अधेड़ अवस्था में व्यायाम करने से

नियमित रूप से व्यायाम करने से इन ख़तरनाक बीमारियों से बचाव होता है

दिल का दौरा

नियमित तौर पर व्यायाम करते रहने से ब्लड प्रेशर और हार्ट‑रेट (प्रति मिनट में दिल की धड़कन) साधारणतया कम रहते हैं, जिससे दिल का दौरा पड़ने का ख़तरा कम हो जाता है। इससे ख़ून में एच.डी.एल. की मात्रा बढ़ती है। यह अच्छी क़िस्म का कोलेस्ट्रॉल है जो नाड़ियों में चर्बी को जमने से रोकता है। ब्लड प्रेशर कम होने से लक़वे से भी बचाव होता है।

कैंसर

जो लोग व्यायाम करते हैं, उनमें आँतों का कैंसर होने की संभावना कम रहती है। नियमित व्यायाम करने से स्तन‑कैंसर को भी रोका जा सकता है। नियमित रूप से व्यायाम करनेवालों को अन्य प्रकार के कैंसर भी कम होते हैं।

मधुमेह

यदि नियमित रूप से व्यायाम के साथ‑साथ सही भोजन लें तो मधुमेह होने के आसार बहुत कम हो जाते हैं।

हड्डियों की कमज़ोरी (Osteoporosis) ज़्यादा वज़न और मोटापा

ज़्यादा वज़न और मोटापा होने से दिल का दौरा, हाई ब्लड प्रेशर, मधुमेह, ख़ून में चर्बी की मात्रा, जोड़ों के दर्द और फेफड़ों के रोग आदि होने का ख़तरा बढ़ जाता है। नियमित व्यायाम से शरीर का वज़न नियंत्रण में रहता है और समस्याओं से बचा जा सकता है। जो शारीरिक रूप से चुस्त हैं और अपने वज़न को नियंत्रित रखते हैं, उनकी उम्र लंबी होती है और स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।

मानसिक स्वास्थ्य

शारीरिक स्वास्थ्य ख़राब होने से मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है। शारीरिक व्यायाम चिंता और तनाव से बचाने में सहायता करता है।

यदि आप रोज़ाना साधारण शारीरिक व्यायाम करना चाहते हैं व्यायाम के दौरान कैलोरीज़ की खपत 
व्यायाम के दौरान कितनी कैलोरीज़ की खपत होती है, इसके लिए निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें: इनके अतिरिक्त व्यक्ति की आयु, लिंग और मांसपेशियों तथा वसा का अनुपात भी व्यायाम के दौरान कैलोरीज़ की खपत में अहम भूमिका निभाते हैं:

विभिन्न प्रकार के व्यायाम के दौरान कैलोरीज़ की खपत

नीचे दी गई चर्चा के लिए हम व्यायाम का समय 30 मिनट और व्यक्ति का वज़न 180 पाउंड या 82 किलो मानते हैं। आइए देखें कि भिन्न‑भिन्न व्यायामों से कितनी कैलोरीज़ की खपत होती है।

एरोबिक गतिविधियाँ
(30 मिनट, शारीरिक वज़न 180 पाउंड या 82 किलो)
कैलोरीज़ की खपत
सामान्य एरोबिक्स, कम उग्रता से 215
सामान्य एरोबिक्स, अधिक उग्रता से 300
एक ही स्थान पर (Stationary) साइकिल चलाना, सामान्य ज़ोर से 300
एक ही स्थान पर (Stationary) साइकिल चलाना, अधिक ज़ोर से 450
एक ही स्थान पर (Stationary) नौका के चप्पू चलाना, सामान्य ज़ोर से 300
एक ही स्थान पर (Stationary) नौका के चप्पू चलाना, अधिक ज़ोर से 360
6 मील प्रति घंटा की रफ़्तार से दौड़ना (10 मिनट/मील) 330
8 मील प्रति घंटा की रफ़्तार से दौड़ना (7.5 मिनट/मील) 450
10 मील प्रति घंटा की रफ़्तार से दौड़ना (6 मिनट/मील) 533
सामान्य तेज़ी से रस्सी कूदना 430
तेज़ गति से रस्सी कूदना 510
मशीन पर सामान्य ज़ोर से सीढ़ियाँ चढ़ना 380
सामान्य ज़ोर से फ़्री स्टाइल तैराकी 300
अधिक ज़ोर से फ़्री स्टाइल तैराकी 430
3 मील प्रति घंटा की रफ़्तार से समतल जगह पर चलना (सामान्य गति से) 140
4 मील प्रति घंटा की रफ़्तार से समतल जगह पर चलना (तेज़ गति से) 215
3.5 मील प्रति घंटा की रफ़्तार से चढ़ाई चढ़ना 260
शरीर को मज़बूत बनाने के लिए व्यायाम कैलोरीज़ की खपत
सामान्य गति से दंड‑बैठक, उठक‑बैठक, जंपिग जैक पर व्यायाम 200
तीव्र गति से की गई दंड‑बैठक, उठक‑बैठक 340
मध्यम प्रयास से भार उठाना 200
अधिक प्रयास से भार उठाना 260
खेल की गतिविधियाँ कैलोरीज़ की खपत
बैडमिंटन 200
बास्केटबॉल का मैच 340
बिना मैच के बास्केटबॉल खेलना 260
बास्केटबॉलâ बास्केट में डालना 200
बेसबॉल/सॉफ़्टबॉल 230
बिलियर्ड्स 110
बॉलिंग 130
रिंग में बॉक्सिंग 510
पंचिंग बैग से बॉक्सिंग 260
बॉक्सिंग का अभ्यास 390
तलवारबाज़ी 260
फ़ुटबाल 350
गोल्फ़ में चलना और सामान उठाना 200
बिना सामान उठाए गोल्फ़ खेलना 150
लघु गोल्फ़ 130
सामान्य जिम्नास्टिक्स 170
टीम में हैंडबॉल खेलना 350
हॉकी—बर्फ़ पर या मैदान में 350
उछलते हुए घोड़े पर सवारी 110
चलते हुए घोड़े की पीठ पर सवारी 280
बाज़ीगरी 170
किकबॉल 300
मार्शल आर्ट्स (जूडो, जुजित्सु, कराटे, किक बॉक्सिंग, ताइक्वांडो) 430
पोलो 340
रोलर स्केटिंग 300
बोर्ड पर स्केटिंग 215
सॉकर 370
टेबल टेनिस 170
ताई ची 170
टेनिस 300
वॉलीबॉल का मैच 340
सामान्य वॉलीबॉल 300
कृपया ध्यान दें:

अपने लिए सही आँकड़े देखने के लिए, व्यायाम के दौरान कैलोरीज़ की खपत की तालिका पृष्ठ 85‑86 पर देखें।

कम समय में अधिक उपयोगी व्यायाम चुनने का तरीक़ा

ऊपर दी गई तालिकाएँ भिन्न‑भिन्न व्यायामों में खपत होनेवाली कैलोरीज़ का तुलनात्मक ब्योरा देती हैं। निस्संदेह जो व्यायाम उतने ही समय में ज़्यादा ऊर्जा की खपत करते हैं, वे ज़्यादा उपयुक्त हैं।

उपर्युक्त व्यायामों की सूची से आप देख सकते हैं कि ये व्यायाम सबसे उपयुक्त हैं: कम समय में अधिक उपयोगी व्यायाम चुनने के लिए: इंटरवल ट्रेनिंग

आप किसी भी क़िस्म के व्यायाम का चुनाव करें, व्यायाम के दौरान तीव्रता बढ़ाकर अपनी कार्यक्षमता बढ़ा सकते हैं। लगातार मध्यम तीव्रता से व्यायाम करने से बेहतर है कि कुछ समय के लिए तीव्रता से व्यायाम करें, फिर कम तीव्रता से करें; इस तरह अदल‑बदल कर व्यायाम करने के तरीक़े को ‘इंटरवल ट्रेनिंग’ कहते हैं। दुनिया भर के खिलाड़ी इसी तरह से व्यायाम करते हैं।

इंटरवल ट्रेनिंग के फ़ायदे

उदाहरण के लिए यदि आप दौड़ने का व्यायाम चुनते हैं तो आप मध्यम गति, 6 मील प्रति घंटा की रफ़्तार से दौड़ सकते हैं और फिर 1‑2 मिनट के लिए अपनी गति बढ़ा सकते हैं (8‑10 मील प्रति घंटा की रफ़्तार से)। फिर मध्यम गति पर वापस आ जाने के बाद इसे फिर दोहरा सकते हैं। जैसे आपको आदत पड़ती जाएगी, आप कम गति वाली दौड़ के बजाय अधिक गति वाली दौड़ का समय बढ़ा सकेंगे। तैराकी, चलना, साइकिल चलाना, सामान्य एरोबिक्स, एक जगह नौका के चप्पू चलाना, वज़न उठाने आदि व्यायामों पर भी यही सिद्धांत लागू होता है।

सर्किट ट्रेनिंग

व्यायाम के दौरान अधिक ऊर्जा की खपत करने के लिए एरोबिक और शरीर को मज़बूत करनेवाली साधारण कसरत दोनों करें। इस व्यायाम को ‘सर्किट ट्रेनिंग’ कहते हैं। इससे पूरे व्यायाम की प्रक्रिया के दौरान पहले आप तीव्र व्यायाम करें, फिर साधारण कसरत करें, जैसे उठक‑बैठक। इससे आपको पहले किए गए व्यायाम से उभरने का समय मिल जाता है या फिर पहले साधारण कसरत करें और फिर तीव्र व्यायाम करें। इससे आपके व्यायाम की प्रक्रिया का स्तर तीव्र बना रहता है।

व्यायाम के दौरान कैलोरीज़ की गणना (प्रति मिनट)

कैलोरीज़ की खपत प्रति मिनट किए गए व्यायाम पर निर्भर करती है। खपत हुईं कैलोरीज़ दरअसल आपके वज़न पर निर्भर करती हैं, जितना अधिक शरीर का वज़न होगा, उतनी अधिक कैलोरीज़ की खपत होगी।

गतिविधि वज़न (पाउंड)
105-115 127-137 160-170 180-200
एरोबिक नृत्य 5.8 6.6 7.8 8.6
बास्केटबॉल 9.8 11.2 13.2 14.5
एक जगह साइकिल चलाना
(10 मील प्रति घंटा)
5.5 6.3 7.8 8.3
एक जगह साइकिल चलाना
(20 मील प्रति घंटा)
11.7 13.3 15.6 17.8
गोल्फ़ 3.3 3.8 4.4 4.9
पीठ पर सामान उठाकर चढ़ाई पर चलना 5.9 6.7 7.9 8.8
धीमे दौड़ना (5 मील प्रति घंटा) 8.6 9.2 11.5 12.7
दौड़ना (8 मील प्रति घंटा) 10.4 11.9 14.2 17.3
ढलान पर स्कीइंग 7.8 10.4 12.3 13.3
ढलान और चढ़ाई, दोनों तरह की सतह पर स्कीइंग 13.1 15 17.8 19.4
मध्यम गति से बर्फ़ खोदना 9 9.1 10.8 12.5
तीव्र गति से बर्फ़ खोदना 13.8 15.7 18.5 20.5
सीढ़ियाँ चढ़ना 5.9 6.7 7.9 8.8
तैराकी (20 गज़ प्रति मिनट) 3.9 4.5 5.3 6.8
तैराकी (60 गज़ प्रति मिनट) 11 12.5 14.8 17.9
टेनिस (Singles) 7.8 8.9 10.5 11.6
वॉलीबॉल 7.8 8.9 10.5 11.6
चलना (4 मील प्रति घंटा) 4.5 5.2 6.1 6.8
शारीरिक क्रियाओं के कुछ उदाहरण
कार या मोटर साइकिल को धोना या पॉलिश करना 45 – 60 मिनट कम ताक़त से, ज़्यादा समय के लिए
खिड़कियों या फ़र्श को साफ़ करना/ धोना 45 – 60 मिनट
वॉलीबॉल या बैडमिंटन खेलना 45 मिनट
बाग़बानी/खुदाई करना 30 – 45 मिनट
1¾ मील चलना 35 मिनट

(20 मिनट/प्रति मील)

बास्केटबॉल (बास्केट शूटिंग)
(shooting baskets)
30 मिनट
पाँच मील साइकिल चलाना 30 मिनट
(10 मील/प्रति घंटा)
तेज़ नाचना 30 मिनट
दो मील चलना 30 मिनट
(4 मील/प्रति घंटा)
पानी में एरोबिक व्यायाम करना 30 मिनट
तैरना 20 मिनट
बास्केटबॉल खेलना 15 – 20 मिनट
चार मील साइकिल चलाना 15 मिनट
रस्सी कूदना 15 मिनट
डेढ़ मील दौड़ना 15 मिनट
(10 मिनट/प्रति मील)
सीढ़ियाँ चढ़ना 15 मिनट ज़्यादा ताक़त से, कम समय के लिए