कैंसर की जल्द पहचान
किसी भी उम्र में जब शरीर के किसी अंग की कोशिकाएँ (Cells) और ऊतक (Tissues) असामान्य और अनियंत्रित ढंग से बढ़कर एक ग्रंथी का रूप ले लेते हैं तो वह कैंसर हो सकता है। जब कैंसर शरीर के अन्य अंगों में फैल जाता है तब इसका ख़तरा बढ़ जाता है। अगर इसकी पहचान जल्दी हो जाए तो यह इलाज से ठीक हो जाता है। इसी लिए यह अत्यंत ज़रूरी है कि अगर आपको अपने शरीर में ऐसी कोई ग्रंथि या उभार दिखे या दर्द हो जो ठीक न हो रहा हो, तो आप जल्द से जल्द डॉक्टर की मदद लें।
कैंसर: चेतावनी के संकेत- ऐसा कोई रिसाव हो जो माहवारी का हिस्सा न हो, जो रजोनिवृत्ति के बाद शुरू हुआ हो या जिसमें दुर्गंध आती हो तो डॉक्टर की मदद लें।
- आदमी या औरत के शरीर में, छाती में या कहीं भी, कोई उभार या ग्रंथि दिखाई पड़े।
- स्तनों की त्वचा में बदलाव, जिससे वह संतरे के छिलके की तरह लगे या उसका रंग लाल या भूरा हो जाए। निप्पल से रिसाव निकलता हो।
- कोई छाला जो इलाज के बावजूद ठीक न हो।
- शौच की आदतों में बदलाव—जैसे कि कब्ज़ और दस्त का बार‑बार होना या कब्ज़ और दस्त का एक के बाद एक होना।
- मूत्र त्याग में कठिनाई।
- पाख़ाने या मूत्र में रक्त का आना।
- ख़ाँसी जो बहुत समय से ठीक न हो रही हो, आवाज़ का फटना, थूक में रक्त का आना।
- खाना या पानी निगलने में कठिनाई, भोजन ठीक से न पचना, उलटी में ख़ून का दिखना।
- मस्से या तिल में बदलाव, उसका बड़ा या छोटा होना; रंग बदलना, खुजली होना या ख़ून निकलना।
- बिना किसी कारण के शरीर का वज़न घट जाना, भूख न लगना; बहुत थकान महसूस होना।
- गरदन, बग़ल या जाँघ के जोड़ में किसी ग्रंथि या उभार का होना।
- हड्डी के ऊपरी भाग में, जोड़ में या मांसपेशी पर कोई ग्रंथि।
अगर आपको इनमें से कोई लक्षण दिखाई दे या कोई ऐसा लक्षण जिसका कारण समझ में न आए, तो आप तुरंत डॉक्टर की मदद लें। यदि कैंसर की पहचान जल्दी हो जाए और इसका इलाज भी जल्दी शुरू हो जाए तो ठीक होने के आसार बढ़ जाते हैं। इलाज सर्जरी, कीमोथेरेपी या रेडिएशन किसी के भी द्वारा हो सकता है।
यह जान लेना भी ज़रूरी है कि कैंसर की रोकथाम हो सकती है। इसलिए ज़रूरी है कि हम अपने जीवन के सभी पहलुओं के बारे में सोचें जैसे कि खान‑पान, व्यायाम और शरीर का वज़न। अपने जीवन से कैंसर के कुछ मूल कारणों को दूर करके आप कैंसर से बचाव कर सकते हैं। आप कैंसर के शिकार नहीं विजेता हो सकते हो।